अपह्त छात्र की हत्या, 50 दिन बाद मिला नरकंकाल
महराजगंज थाने के सैदपुर गांव के सीवान में खेत में पचास दिन पूर्व अपह्त हाई स्कूल के छात्र की हत्या कर फेका गया नरकंकाल मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंचे परिजनों ने कपड़े के रौनापार थाने के सोनबुजुर्ग गांव निवासी नोमान अहमद पुत्र पुत्र बेलाल के रूप में की । परिजनों की पुष्टि के बाद भी पुलिस डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट की इंतजार कर रही है। छह फरवरी को स्कूल जाते समय छात्र के गायब होने जाने पर रौनापार थाने की पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था। तभी से पुलिस उसकी तलाश करती रही।
महरागंज थाने के सैदपुर गांव के उत्तर सीवान में शनिवार की शाम को गन्ने के खेत में मजदूर गन्ना काट रहे थे। खेत में नर कंकाल व फटे कपड़े देख कर शोर मचाते हुए मजदूर भाग खड़े हुए। खबर मिलते ही आस-पास के ग्रामीण दौड़ पड़े। फटे कपड़ों से लोग अनुमान लगा रहे थे कि शव किसी युवक का है । काफी समय पहले इसकी हत्या कर यहां फेंक दिया गया । शव के सड़ जाने पर जानवरों ने उसको नोच डाला होगा। केवल कंकाल ही बचा है । सूचना मिलने पर रौनापार थाने के सोनबुजुर्ग गांव निवासी बेलाल अहमद के परिजन मौके पर पहुंच गए। परिजनों ने कपड़े के आधार पर छह फरवरी को अपह्त किए गए अपने बेटे नोमान अहमद के रूप में की।
महरागंज थानाध्यक्ष अरविंद पांडेय ने बताया कि परिजन भले ही कपड़े के आधार पर अपने अपह्त बेटे का नरकंकाल होने की पुष्टि कर दी हो,मगर डीएनए टेस्ट के बाद ही पता चला पाएगा कि नरकंकाल किसका है। बहरहाल पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी कर ली गई है।